World Cup 2023 को शुरू होने में अब गिनती के ही दिन बचे हैं। सभी 10 टीमें इस महाकुंभ के लिए भारत में जुटने लगी हैं। अपने देश के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने दो देशों के लिए वर्ल्ड कप खेला है। इनमें गत चैंपियन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन का भी नाम शामिल है।
गौरतलब हो कि पहला ICC World Cup साल 1975 में आयोजित किया गया था। तब से यह आयोजन हर 4 साल के बाद होता है। वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया सबसे सफल टीम है। उसने 5 बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। वहीं, भारत और वेस्टइंडीज दो-दो बार विश्व कप जीतने में सफल रहे हैं। वर्ल्ड कप का 13वां सीजन भारत की मेजबानी में खेला जाएगा।
इयोन मोर्गन, इग्लैंड क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं। मोर्गन की ही कप्तानी में साल 2019 में इंग्लैंड ने पहली वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। मोर्गन ने 2011, 2015 और 2019 विश्व कप में इंग्लैंड के लिए खेला है। बता दें कि उन्होंने इससे पहले 23 वनडे मैच अपनी होम कंट्री आयरलैंड के लिए भी खेला है। 2007 विश्व कप में मोर्गन आयरलैंड की तरफ से खेले थे।
ये भी पढ़े :- ICC Ranking में तीनों फॉर्मेट में Team India बनी No.1, रचा इतिहास
दक्षिण अफ्रीका में जन्मे बाएं हाथ के बल्लेबाज केपलर वेसल्स ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 1983 विश्व कप खेला। वेसल्स ने 1983 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए केवल 3 मैच खेले। प्रतिबंध हटने के बाद वे दक्षिण अफ्रीका टीम में चले आए और उन्होंने 1992 विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया।
केपलर वेसल्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में दक्षिण अफ्रीका के लिए विश्व कप में डेब्यू किया। टूर्नामेंट में उनकी बेहतरीन पारियों ने रेनबो नेशन को टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने में मदद की, लेकिन बारिश के कारण उन्हें विश्व कप से बाहर होना पड़ा। वह मैच केप्लर वेसल्स का अंतिम विश्व कप मैच था।
ये भी पढ़े :- ICC वनडे वर्ल्ड कप 2023: विश्वकप के लिए पाकिस्तान की टीम का ऐलान
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 1992 World Cup मैच के ‘मैन ऑफ द मैच’ एंडरसन कमिंस ने साल 2007 में ICC विश्व कप में कनाडाई टीम के सदस्य के रूप में वापसी करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
कमिंस ने वर्ष 1992 में वेस्टइंडीज टीम के लिए विश्व कप खेला था। वह अपने पहले विश्व कप में काफी सफल रहे। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 12 विकेट लिए। 40 साल की उम्र में कनाडा के लिए खेलते हुए साल 2007 के वर्ल्ड में कुछ खास नहीं कर पाए और तीन मैच में मात्र 2 विकेट ही ले सके।
Ed Joyce ने 2006 में आयरलैंड के लिए अपना करियर शुरू किया था, लेकिन 2007 विश्व कप में इंग्लैंड की तरफ खेले। हालांकि, इसके बाद वह फिर आयरलैंड वापस लौट आए। इसके बाद एड जॉयस ने 2011 और 2015 विश्व कप में आयरलैंड का प्रतिनिधित्व किया। उस विश्व कप में इंग्लैंड को हराने वाली टीम का भी हिस्सा थे।
© 2024 date BabaCric Services LLP. All Rights Reserved.
[email protected]