भारतीय स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ ईशान किशन का फर्स्ट क्लास मैच खेलने में लगातार अनिच्छा जताना और इंडियन प्रीमियर लीग के आगामी सीज़न से पहले मुंबई इंडियंस के नए कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग लेते हुए पाए जाना BCCI को बिलकुल पसंद नहीं आ रहा है जिस कारण अब BCCI IPL ऑक्शन पूल में शामिल होने के लिए एक मिनिमम फर्स्ट क्लास मैचेस को खेलना अनिवार्य बनाने पर विचार कर रहा है।
आपको बता दे कि झारखंड के ईशान किशन ने पहले ‘यात्रा की थकान’ का हवाला देते हुए दक्षिण अफ्रीका दौरे को बीच में ही छोड़ दिया था और तब से उन्होनें अपनी स्टेट टीम के लिए किसी भी रणजी मैच में हिस्सा नहीं लिया है।
साथ ही BCCI ने पहले ही ईशान किशन को झारखंड का आखिरी ग्रुप लीग मैच राजस्थान के खिलाफ जमशेदपुर में खेलने का निर्देश दे दिया है।
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BCCI के एक सीनियर official ने PTI को कहा, BCCI में निर्णय लेने वाले अच्छी तरह से जानते हैं कि कुछ खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं। यदि वे भारतीय टीम से बाहर हैं, तो बेहतर होगा कि वे कुछ मुश्ताक अली टी20 मैच खेलें और फिर चाहे तो स्टेट टीम की ड्यूटी के लिए रिपोर्ट न करे। इस बात पर सबकी आम सहमति है कि एक सख्त नीति का पालन करने की आवश्यकता है ताकि युवा खिलाड़ियों का एक समूह ‘आईपीएल से आईपीएल खेलना’ को अपनी आदत न बना ले। “
“ऐसे खिलाड़ियों पर लगाम लगाने के लिए इस बात की पूरी संभावना है कि बोर्ड 3-4 रणजी ट्रॉफी मैच खेलना अनिवार्य कर देगा और ऐसा न करने पर वे आईपीएल नहीं खेल सकेंगे या यहां तक कि अगर उनकी फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज किया जाता है तो वे IPL ऑक्शन में भी शामिल नहीं हो पाएंगे ।
साथ ही समझा जाता है कि भारतीय टीम का थिंक-टैंक भी खिलाड़ियों के एक खास वर्ग से बेहद नाखुश है, जो फिट होने पर भी रणजी ट्रॉफी खेलने से हमेशा कतराते हैं।
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