IND vs AUS Semi-Final 2023: क्या होता है DRS में अंपायर्स कॉल का नियम? जिस पर World Cup फाइनल में मचा था बवाल। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी World Cup 2023 का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है।
इस दौरान भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की एक गेंद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन के पैर पर जा लगी।
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लेकिन गेंद थोड़ी बाहर होने के कारण अंपायर ने आउट देने से इनकार कर दिया। बाद में जब भारत ने रिव्यू लिया, तो देखा कि गेंद विकेट पर जा लगी है।
लेकिन गेंद आखिरी स्टंप पर लगने के कारण थर्ड अंपायर ने अंपायर्स कॉल दे दिया और लाबुशेन आउट होने से बच गए।
इसके बाद से ही अंपायर रिचर्ड केटलबोरो को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है और उनके फैसले को गलत बताया जा रहा है। चलिए आपको बताते हैं, कौन सही है और कौन गलत। क्या कहता है अंपायर्स कॉल का नियम।
अगर कोई गेंद पैर पर लगती है और उसे बॉल ट्रैकिंग पर दिखाया जाता है, तो गेंद असल में विकेट को नहीं छू रही होती है, ये सिर्फ तकनीक के आधार पर अनुमान लगाया जाता है कि गेंद अगर इस सीध में जाएगी, तो विकेट को छू पाएगी या फिर नहीं।
बॉल ट्रैकिंग में अगर गेंद पूरी तरह से विकेट को छूती है या फिर 50 फीसदी विकेट को छूती है, तो इसका अर्थ हुआ कि गेंद जरूर विकेट को छू रही होगी, इसलिए ऐसी स्थिति में बल्लेबाज को आउट दे दिया जाता है।
अगर बॉल ट्रैकिंग में गेंद का 50 फीसदी से कम हिस्सा विकेट को छूती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि गेंद सचमुच विकेट को हीट कर रही होगी, यह सिर्फ technology Base पर अनुमान लगाया जाता है।
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इस स्थिति में असल में गेंद विकेट को छू भी सकती है और नहीं भी, यही कारण है कि ऐसी परिस्थिति में अगर बॉल ट्रैकिंग में गेंद विकेट को हीट कर भी जाती है, तो भी अंपायर का फैसला ही सही माना जाता है और अंपायर्स कॉल दिया जाता है।
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