टूर्नामेंट जीतने के बाद सेलिब्रेशन से दूर क्यों रहते हैं एमएस धोनी, क्यों नहीं रखते ट्रॉफी अपने पास? भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.
धोनी अपनी बेहतरीन कप्तानी के लिए जाने जाते हैं:-
उन्होंने भारत को 2 विश्व कप जिताए. ऐसा करने में अब तक और कोई भी भारतीय कप्तान कामयाब नहीं हुआ | आईपीएल में आज भी धोनी अपनी बेहतरीन कप्तानी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को अभी तक 5 खिताब जिताए हैं|
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आज हम आपको बताएंगे कि धोनी किसी भी टूर्नामेंट को जीतने के बाद अपने पास ट्रॉफी क्यों नहीं रखते हैं?
टीम के किसी जूनियर खिलाड़ी को ट्रॉफी देते:-
आपने यह अक्सर देखा होगा कि महेंद्र सिंह धोनी, जब भी किसी टूर्नामेंट को जीतते हैं तो वह अपने पास ट्रॉफी नहीं रखते, वह या तो अपनी टीम के किसी जूनियर खिलाड़ी को ट्रॉफी देते हैं या फिर किसी सीनियर को|
धोनी ने एक इवेंट में इस सवाल का जवाब देते हुए कहा था,” आपको नहीं लगता कि यह गलत है. क्योंकि यहां पूरी टीम खेलती है. लेकिन ट्रॉफी कप्तान के हाथों में दी जाती है.”
हम लोग उतना सिंपल बनाने की कोशिश करते हैं:-
धोनी ने आगे कहा,” जीत एंजॉय करने का यह मतलब नहीं कि आप ट्रॉफी लेकर ही जश्न मनाए. ऐसा नहीं है कि हमें सेलिब्रेशन पसंद नहीं है, हमें पसंद है, लेकिन हम चाहते हैं कि टीम का एनवॉयरमेंट जितना सिंपल हो सके, हम लोग उतना सिंपल बनाने की कोशिश करते हैं.”
धोनी की यह बाते बेहद ही दिल छूने वाला था. शायद यही वजह है कि धोनी के फैन सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में करोड़ो की संख्या में हैं.
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आपको बता दे की धोनी ने अब तक कुल 14 ट्रॉफी जीत चुके हैं. इन 14 ट्रॉफी में धोनी ने 7 खिताब टीम इंडिया के लिए जीते और 7 ख़िताब अपनी फ्रेंचाइज़ी टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए जीते हैं