ICC का ‘Stop Clock’ और ‘Transgender’ पर बड़ा फैसला: ICC board ने 21 नवंबर को अहमदाबाद में हुई बैठक में एक Stop Clock system शुरू किया है। इस regulation के तहत, जो कि 1 दिसंबर से लागू होगा और अप्रैल 2024 तक जारी रहेगा, ओवरों के बीच लगने वाले समय को नियंत्रित करने के लिए एक घड़ी का उपयोग किया जाएगा।
ICC ने इस नियम का मतलब समझते हुए कहा :-
इस नियम का मतलब ICC ने समझाते हुए कहा, “अगर गेंदबाजी करने वाली टीम पिछले ओवर के पूरा होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं होती है, तो एक पारी में तीसरी बार ऐसा होने पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा।”
इस स्टॉप-क्लॉक का मेन मकसद ओवर रेट में सुधार करना है । मौजूदा नियम के अनुसार, यदि पारी समाप्त होने के समय तक fielding करने वाली टीम समय से पीछे है, तो उन्हें 30-यार्ड सर्कल के अंदर एक अतिरिक्त fielder लाना होगा। लेकिन इसके बावजूद, ऐसे कई उदाहरण थे जहां टीमें अभी भी पिछड़ गईं। अब स्टॉप-क्लॉक और पांच पेनल्टी रन की शुरुआत के साथ, टीमों को मैच में ही अधिक भारी सजा दी जाएगी, जबकि पुराना penalty लागू रहेगा।
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Transgender policy को ICC ने संशोधित किया :-
स्टॉप क्लॉक की शुरूआत के साथ आईसीसी ने अपनी ट्रांसजेंडर policy को संशोधित किया है। नए नियमों के तहत, कोई भी खिलाड़ी जो पुरुष से महिला बना है और किसी भी प्रकार के male puberty से गुजर चुका है, उसे महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी, भले ही उन्होंने कोई सर्जरी या लिंग परिवर्तन उपचार कराया हो।
इससे पहले, एक ट्रांसजेंडर महिला को 12 महीने की अवधि के लिए टेस्टोस्टेरोन सीरम को 5 नैनोमोल्स या उससे कम रखना पड़ता था। यह अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सिफारिशों के अनुरूप था।
कनाडा की डेनिएल मैकगैही के लिए खड़ा हुआ मुसीबतो का पहाड़ :-
इस नए नियम का मतलब है कि कनाडा की डेनिएल मैकगैही, जो इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर खिलाड़ी बनीं, अब महिला क्रिकेट खेलने के लिए योग्य नहीं होंगी।
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